बुखार खाँसी कफ़ जुखाम का सरल आयुर्वेदिक घरेलू रामबाण इलाज

आज आपके लिए बहुत ही असरदार 100% काम करने वाला रामबाण घरेलू नुस्खा, बुखार उतारने का बताने वाला हूं। यह नुस्खा बस दो से तीन चीजों से मिनटों में बन जाता है यह एक आयुर्वेदिक उपाय है और सदियों से चलता आ रहा है। कैसा भी बुखार हो चाहे डेंगू, मलेरिया या वायरल फीवर हर प्रकार का बुखार तुरंत उतर जाएगा।वायरल फीवर एक दूसरे से फैलने वाला बुखार होता है और काफी खतरनाक होता है इसीलिए हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहना है। बुखार को ज्यादा दिन तक रहना बिल्कुल भी खतरे से खाली नहीं क्योंकि हमारे शरीर की सेल को डैमेज करता हैं और हमारे शरीर को दिन-प्रतिदिन कमजोर बनाता है इसलिए इस आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे का प्रयोग कीजिए क्योंकि यह आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खा बुखार उतारने का है, सर्दी खांसी को कम करता है, कफ को बाहर निकलता है। इसका प्रयोग जब तक करें तब तक की बुखार उतर ना जाए। तो चलिए आपको इस नुस्खे को बनाना बताते हैं।


आवश्यक सामग्री

इस नुस्खे को बनाने के लिए हमें चाहिए काली मिर्च और तुलसी के पत्ते, लेकिन तुलसी के पत्ते विभिन्न प्रकार के पाए जाते हैं मुख्यता हमारे घर में दो प्रकार की तुलसी होती है एक लाल तुलसी और दूसरी हरी तुलसी और हरी तुलसी को हम राम तुलसी बोलते हैं और जो लाल तुलसी होती है यानी की काली तुलसी जिसके थोड़े छोटे-छोटे पत्ते होते हैं उसे हम श्याम तुलसी बोलते हैं। आपको लाल तुलसी यानी की काली तुलसी का प्रयोग करना है। अगर आपके घर में काली तुलसी नहीं हैं तब आप हरी तुलसी का प्रयोग कर सकते हैं।

नुस्खा बनाने की विधि

आपको सबसे पहले 20 तुलसी के पत्ते लेना है फिर उसको साफ पानी से बढ़िया से धो लेना है ताकि तुलसी में से जो भी धूल-कण या फिर कोई कीटाणु हो तो निकल जाए। अब आपको एक खल लिजिए और इसमें आप धूले हुए तुलसी के पत्ते डाल दीजिए और 6 काली मिर्च डालकर इसे अच्छे से कुट ले। सबसे पहले आपको एक साफ बर्तन में एक गिलास पानी डाल देना है। अब इसमें बुके हुए तुलसी के पत्ते और काली मिर्च का पेस्ट डालकर इसे तब तक उबालना है जब तक कि एक गिलास पानी उबलकर करके आधा गिलास पानी ना हो जाए। और फिर इसे छान ले।

वैसे तो यह आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खा बिल्कुल भी कड़वा नहीं है लेकिन अगर आप छोटे बच्चे को यह नुस्खा दे रहे हैं तो आप थोड़ी से मिश्री डाल सकते हैं लेकिन चीनी का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना है। अगर आपके पास मिश्री ना हो तो छोटा सा टुकड़ा गुड का डाल सकते हैं या फिर जब यह नुस्खा छानने के बाद हल्का गर्म रहे तो ऊपर से आप चम्मच से हल्का शहद मिला सकते हैं। लेकिन अगर बड़े लोग इसका सेवन कर रहे हैं तो इसमें कुछ भी मिलाने की जरूरत नहीं है।

आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खा को इस्तेमाल करने की तरीका

अगर आप इस नुस्खे को छोटे बच्चे को दे रहे हैं तो आपको एक चम्मच दिन में तीन बार देना है। अगर आप बड़े हैं तो आपको यह उपाय को पूरे दिन में 3 बार करना है। 10 साल के बच्चे को दे रहे हैं तो दो काली मिर्च और चार तुलसी के पत्ते ही काफी हैं। तो आपको सुबह दोपहर शाम उसके का इस्तेमाल करना होगा।

यह उपाय सिर्फ बुखार ही नहीं खत्म करेगा आपको हर प्रकार के इंफेक्शन से बचाएगा सर्दी, खांसी, कफ, गले में दर्द में सब कुछ इसके पीने से खत्म हो जाएगा। यह आयुर्वेदिक घरेलू उपाय सिर्फ उतना ही काम करेगा जितना कि एक होमियोपैथी दवा या पेरासिटामोल का घोल काम करता है। अगर आप को बुखार नहीं भी है तब भी आप इस उपाय को करें ताकि आपको किसी भी प्रकार का संक्रमण छू न सके और इस नुस्खे को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना मत भूलिएगा

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